कंपनी ने एक बयान में कहा, “कैंसर का शीघ्र पता लगाने वाली तकनीक में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी नवॉक्स भारतीय बाजार में अपने अत्याधुनिक समाधान पेश करने की तैयारी कर रही है.
कैंसर का पता लगाने वाली अमेरिकी स्टार्टअप कंपनी नवॉक्स ने गुरुवार को ताजा फंडिंग मिलने की घोषणा करते हुए कहा कि यह भारतीय बाजार में उसके प्रवेश में बड़ी भूमिका निभाएगी. भारत तेजी से हेल्थ टेक्नोलॉजी इनोवेशन सेंटर के रूप में उभर रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में केंद्रीय बजट 2024-25 में कैंसर के इलाज के लिए तीन दवाओं से कस्टम ड्यूटी हटाते हुए कैंसर रोगियों को राहत देने के साथ इस क्षेत्र की इओर ध्यान दिया है.
इंडियन हेल्थ केयर इंडस्ट्री में प्रवेश:
कंपनी ने एक बयान में कहा, “कैंसर का शीघ्र पता लगाने वाली तकनीक में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी नवॉक्स भारतीय बाजार में अपने अत्याधुनिक समाधान पेश करने की तैयारी कर रही है. ऐसे में यह निवेश इंडियन हेल्थ केयर इंडस्ट्री के भीतर संपर्क स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाएगा.”
प्रीक्लिनिकल अध्ययनों के आधार पर विकसित नवॉक्स का नया एक्टिवएच टेस्ट कैंसर की शुरुआत का तीन-चार साल पहले ही पूर्वानुमान लगाने में सक्षम है. इससे लोगों को लाइफस्टाइल में बदलाव करने में मदद मिल सकती है, जिसमें धूम्रपान और शराब छोड़ना शामिल है, ताकि कैंसर ग्रोथ को रोका जा सके.
उपकरण देंगे रीयल टाइम जानकारी:
इसके अलावा, एक्टिव एच कैंसर उपचार से गुजर रहे रोगियों के लिए एक जरूरी उपकरण है. यह ब्लड में हेप्सिन लेवल की निगरानी करके कीमोथेरेपी रेडिएशन या अन्य उपचारों के प्रभाव के बारे में रीयल टाइम जानकारी प्रदान करता है. हेप्सिन लेवल में कमी प्रभावी उपचार का संकेत देती है.
शिंदे ने कहा, “कैंसर का जल्दी पता लगने से सर्वाइवल रेट में इंप्रूवमेंट होता है. नवॉक्स का एक्टिवएच रोगियों और उनके परिवारों के लिए एक वरदान है। लक्षण प्रकट होने से पहले आक्रमक कैंसर के विकास का पता लगाने से रोगियों के लिए लंबे समय तक जीवित रहने और जीवन की बेहतर गुणवत्ता की संभावना होगी.”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, हेप्सिन जैसे बायोमार्कर भविष्य के ऐसे उपचारों की संभावना प्रदान करते हैं जो ज्यादा प्रभावी हो और कम नुकसान पहुंचाए.”