वित्तीय वर्ष 2023-24 रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए वांछनीय वित्तीय परिणामों के साथ विस्तार का काल साबित हो रहा है। यहाँ एक गहरी नज़र है:
राजस्व वृद्धि: संयुक्त राजस्व में प्रभावशाली 23.6% की वृद्धि हुई, जो अभूतपूर्व ₹9,74,864 करोड़ ($118.6 बिलियन) दर्ज किया गया। ऐसी मजबूत वृद्धि केवल एक क्षेत्र में ही नहीं दिखाई दे रही थी; तेल और गैस, पेट्रोकेमिकल्स और खुदरा सहित पूरी कंपनी इस उत्कृष्ट प्रदर्शन में योगदान दे रही थी।
खुदरा पावरहाउस: खुदरा क्षेत्र सबसे अधिक विकास क्षमता वाला एक प्रमुख चालक है। EBITDA, एक महत्वपूर्ण लाभ मीट्रिक, 44.7% बढ़ गया, जो अभूतपूर्व था। इस क्षमता का श्रेय रिलायंस के पैमाने में वृद्धि और बेहतर मार्जिन के लिए इसका उपयोग करने की क्षमता को दिया जा सकता है।
लाभप्रदता बढ़ रही है: जैसा कि EBITDA आंकड़े द्वारा बताया गया है, कंपनी भर में मुनाफे में 24.4% की संतोषजनक वृद्धि हुई है। इससे संकेत मिलता है कि रिलायंस अपनी बिक्री बढ़ा रही है और अपने बढ़ते मुनाफे में कटौती कर रही है।
ऋण प्रबंधन: हालाँकि रिलायंस जियो पर भारी कर्ज है, लेकिन इसके कुछ अच्छे पक्ष भी हैं। उनके ऋण कवरेज अनुपात में सुधार हो रहा है, क्योंकि वे जो ब्याज कमा रहे हैं वह अकेले उनकी ऋण सेवा को कवर करता है। इसका तात्पर्य दीर्घावधि में अधिक अनुकूल वित्तीय स्थिति से है।