ये मुंबई की बारिश और बारिश का पानी, इसके बिना मुंबईकरों की हर कहानी अधूरी ही होगी. मुंबई में जब जब बारिश होती है तो परेशानी का सबब लेकर आती है. हाल ही में हुई बारिश ने एक बार फिर से मुंबई का हाल-बेहाल कर दिया है.
मुंबई: तमाम रात नहाया था शहर बारिश में…पाकिस्तानी शायर जमाल एहसानी का ये शेर फिलहाल मुंबई नगरी पर सटीक बैठ रहा है. 25 सितंबर की रात हुई भारी बारिश ने मुंबई नगरी की रफ्तार धीमी कर दी है. निचले इलाकों में पानी भर गया है. लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं. फ्लाइट्स को डायवर्ट किया जा रहा है. स्कूल कॉलेजों को अगली सूचना तक बंद किया गया है. मुंबई में बारिश से बिगड़ते हालात कोई नई बात नहीं है. हर साल की यही कहानी है. बारिश होती है तो मुंबई शहर डूबने लगती है. लेकिन क्या आपको पता है कि इसका असली कारण क्या है.
मुंबई शहर के डूबने के बड़े कारण
- इस परेशानी का सबसे बड़ा कारण है शहर में पानी सही तरीके से निकलने की जगह ना होना. मुंबई में जितनी ज्यादा आबादी है उतना ही कचरा. यही प्लास्टिक और कचरे अक्सर नालियों को जाम कर देती है. जिसके चलते नाली से पानी नहीं निकल पाता है. लाखों लोग देश के कोने-कोने से मुंबई आते हैं. इतने लोगों के मुंबई में रहने के लिए कोई सटीक प्लान नहीं है. अतिक्रमण कर हजारों लोग शहरों के निचले इलाकों में रहते हैं. और यही नीचले इलाके बारिश में सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. फिर चाहे बारिश पूरी रात हुई हो या बस कुछ घंटे, 23 लाख आबादी वाले मुंबई शहर के हाल बेहाल हो जाते हैं. बारिश के चलते हर साल जान-माल का नुकसान होता है.
- 24 घंटे दौड़ता-भागता मुंबई शहर अरब सागर से सटा हुआ है. दहिसर, मीठी, ओशिवारा और पोइसर मुंबई की चार नदियां हैं, जो मलाड, माहिम, मार्वे और ठाणे की खाड़ियों से होकर अरब सागर में गिरती हैं. जब बारिश होती है तो ये नदियां उफान पर आ जाती है. मॉनसून में इसका साफ असर देखने को मिलता है.
- मुंबई के कई निचले इलाकों में लोकल ट्रेन की पटरियां समुद्र लेवल से भी नीचे हैं. भारी बारिश में ये पटरियां डूब जाती हैं. जिससे लोकल ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ता है. मुंबई की लाइफ लाइन कहे जाने वाले लोकल ट्रेन जब रुकती है तो मानो आधा मुंबई शहर थम जाता है.
- एक कारण लापरवाही भी है. दरअसल मुंबई का ड्रेनेज सिस्टम काफी पुराना है. इसकी नियमित साफ-सफाई और मरम्मत ना होना शहर के बिगड़ते हालात के जिम्मेदार हैं. कुछ हद तक बीएमसी की लापरवाही भी जिम्मेदार है. हर साल बारिश में मुंबई में करोड़ों का नुकसान होता है.
- मुंबई शहर में जल निकासी की व्यवस्था भी परेशानी का एक कारण है. मुंबई में बाढ़ के हॉटस्पॉट बढ़ रहे हैं. साल 2021 में बाढ़ के हॉटस्पॉट 68 थे, जबकि 2022 में यह संख्या 120 से ज्यादा हो गई. कारण – शहर में बढ़ती भीड़ और अतिक्रमण..तेजी से शहरीकरण होने की वजह से पानी को सोखने वाले इलाकों में कमी, वेटलैंड्स और हरियाली वाली जगहों में कमी, जलवायु परिवर्तन की वजह से बारिश ज्यादा तेजी से और कभी भी हो जाती है. समुद्र का जलस्तर जब बढ़ता है तो पानी शहर में ना आए इसके लिए नालों के गेट बंद कर दिए जाते हैं. ऐसे में बारिश के पानी को निकलने की कोई जगह नहीं होती. एक्सपर्ट्स की मानें तो समुद्र का जलस्तर बढ़ने से 2050 तक मुंबई के कई हिस्सों के डूबने का खतरा है.