UP Board Exam 2025: यूपी बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी में होनी है, जिसके लिए 50 लाख से अधिक छात्र और छात्राओं ने पंजीकरण किया है. 2025 में यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा के लिए 27.40 लाख स्टूडेंट ने पंजीकरण किया है.
नई दिल्ली: How many students registered for UP Board exam 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए पंजीकरण प्रक्रिया समाप्त कर दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आगामी वर्ष की यूपी बोर्ड परीक्षाओं में 50 लाख से अधिक बच्चे भाग लेंगे. आंकड़ों की बात करें तो यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में 54 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे. यूपी बोर्ड से संबद्ध 27 हजार से ज्यादा स्कूलों में हाईस्कूल में 27,40,151 और इंटरमीडिएट कक्षाओं में 26,98,446 समेत कुल 54,38,597 विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया है.
पिछले साल से कम हुई संख्या
साल 2024 में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए कक्षा 10वीं के लिए 2,947,335 स्टूडेंट ने पंजीकरण किया था. वहीं यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा के लिए 25,78,007 समेत कुल 55,25,342 विद्यार्थी पंजीकृत हुए थे. आंकड़ों से साफ पता चलता है कि 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्रों की संख्या में 86,745 की कमी आई है. अधिकारियों ने बताया कि 2024 की तुलना में 2025 के लिए हाईस्कूल में 2,07,184 परीक्षार्थी कम हैं, जबकि इंटरमीडिएट में 1,20,439 परीक्षार्थी बढ़े हैं.
फरवरी में होगी परीक्षा
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का आयोजन फरवरी में किया जाना है. हालांकि यूपी बोर्ड ने अभी तक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 का शेड्यूल घोषित नहीं किया है. फिलहाल बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाए जाने वाले स्कूलों की पहचान करने में व्यस्त है.
परीक्षा केंद्र पर दो हजार बच्चे ही देंगे परीक्षा
यूपी बोर्ड के प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अधिकतम 2000 छात्र-छात्राएं ही परीक्षा देंगे. पिछले वर्ष प्रत्येक केंद्र पर अधिकतम 1200 छात्र-छात्राएं ही आवंटित करने का नियम था, लेकिन अधिक क्षमता वाले राजकीय व सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में अधिकतम 1500 छात्र-छात्राओं के लिए परीक्षा केंद्र बनाने का प्रावधान किया गया था. हालांकि, यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह द्वारा वर्ष 2025 की परीक्षा के लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) को भेजी गई केंद्र निर्धारण नीति में अधिक क्षमता वाले राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों में अधिकतम 2000 छात्र-छात्राओं के लिए केंद्र बनाने का प्रावधान किया गया है. हालांकि परीक्षा केंद्र पर छात्रों की न्यूनतम संख्या 250 ही रहेगी. पिछले साल भी परीक्षा केंद्रों पर छात्रों की संख्या इतनी ही थी.